आस्था और संकल्प हवा के झोंकें से घबरा जाए वह तूफ़ां कैसा उफ़ान से डर जाए वह समंदर कैसा उड़ान जिसे न भाए वह पंछी कैसा दया करुणा न हो जिसमें वह इंसानियत कैसी कसक न हो,बेचैनी न हो ,वह ...
आस्था और संकल्प हवा के झोंकें से घबरा जाए वह तूफ़ां कैसा उफ़ान से डर जाए वह समंदर कैसा उड़ान जिसे न भाए वह पंछी कैसा दया करुणा न हो जिसमें वह इंसानियत कैसी कसक न हो,बेचैनी न हो ,वह ...