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आँखों देखी

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आँखों देखी एक आँखों देखी आप को सुना रहा हूँ शब्दों में ढालकर आप तक पहुँचा रहा हूँ. दो पहिया वाहन पर वह आगे बैठा था, उसने हैंडल पकड़ रखा था. वह पीछे बैठी थी और चमगादड़ की मानिंद उसको जमकर जकड़ ...

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लेखक के बारे में
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Upenddra Singgh

कवि व गीतकार

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