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आईची आठवण

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अनुवाद

दूर प्रदेशात ड्यूटी करताना। आई तुझी आठवण येते। दिवस रात्री तुझी आठवण मध्ये, माझे डोळे मंद मंद लळते। तुझ्या हाथची भाजी भाकर, खूब मला आवळते। इथे हॉटलाचा जेवण, मन भरत नाही माझा। लोकर येईन मी घरी, आई ...

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लेखक के बारे में

जन्म 23 मई पांढुर्ना जिला छिंदवाड़ा। शिक्षा - शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज बेतुल से ३ वर्षीय डिप्लोमा, भोज् यूनिवर्सिटी भोपाल से बी.ए. मे हिंदी साहित्य से पढ़ाई कर रहा हूँ।वर्तमान राजा भोज एअरपोर्ट भोपाल में कार्यरत। रूचि कविता, कहानी, यात्रा व्रतांत लेखन पीपुल्स समाचार व् नवदुनिया में कविता प्रकशित। प्रतिलिपी साहित्य समारोह 2017 -विशेष सम्मानित किया गया (रेपिस्ट और कातिल)कहानी के लिए । साहित्य कला मंच सीहोर - मान पत्र। विश्व हिंदी संस्थान कनाडा (भोपाल) - मान पत्र एहबाबे उर्दू व साहित्य कला मंच देवास - मान पत्र रंजन कलश द्वारा - माहेश्वरी सम्मान दिया गया राष्ट्रीय कवि चौपाल से - मनीषी सम्मान दिया गया। 2019 विश्व मैत्री मंच व साहित्य साधिका मंच आगरा से - सारस्वत सम्मान 2019 आरिणी चेरिटेबल फाउंडेशन की ओर से - राष्ट्रीय आरिणी साहित्य सम्मान सुर ताल संगम लखनऊ व अन्नपूर्णा सेवा संस्थान सीतापुर ( कांरवा) की ओर से--- समाज रत्न सम्मान बुक क्लीनिक पब्लिकेशन से - नारी तु नारायणी ( साझा संग्रह) लेखक मनोज देशमुख, साक्षी जैन आगामी पुस्तक - एलियंस जो की जल्दी आने वाली है । इतर इलेक्ट्रोनिक्स एंड टेलीकॉम्युनिकेशन में । [email protected] / Mobile no. 9713467500

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