मैं कोई कवि नहीं
यूँ ही कविताएं सुनाऊँ
मैं कोई शायर नहीं
यूँ ही शायरी सुनाऊँ
मैं कोई कथाकार नहीं
यूँ ही कहानी सुनाऊँ
मैं भी एक इंसान हूं यारों
किसको अपने जज्बात सुनाऊँ....???
सारांश
मैं कोई कवि नहीं
यूँ ही कविताएं सुनाऊँ
मैं कोई शायर नहीं
यूँ ही शायरी सुनाऊँ
मैं कोई कथाकार नहीं
यूँ ही कहानी सुनाऊँ
मैं भी एक इंसान हूं यारों
किसको अपने जज्बात सुनाऊँ....???
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