“सोनूऽऽ , भागो मत हमे जल्द से जल्द अपने घर जाना है " माँ कहती है | “नहीं मम्मा मैं थोड़ी देर और घूमुन्गा " सोनू कहता है | फिर सोनू भागते - भागते उस किला के सामने खड़ा होकर देखने लगा और वह गायब हो ...
नमस्ते, मैं 16 साल का हूं | मुझे कहानियाँ लिखना और सोचना बहुत अच्छा लगता है | मैं जब भी बाहर जाता हूँ या अकेले रहता हूं तो मेरे दिमाग मे कहानी ही कहानी आती है | मेरे दिमाग मे एक बहुत बड़ी कहानी है जिसको मुझे सोचकर बहुत रोमांचक अनुभव होता है | इस कहानी को मैं फ़िल्म ज़रिए दिखाना चाहता हूँ | मुझे famous writer बनने का है |
सारांश
नमस्ते, मैं 16 साल का हूं | मुझे कहानियाँ लिखना और सोचना बहुत अच्छा लगता है | मैं जब भी बाहर जाता हूँ या अकेले रहता हूं तो मेरे दिमाग मे कहानी ही कहानी आती है | मेरे दिमाग मे एक बहुत बड़ी कहानी है जिसको मुझे सोचकर बहुत रोमांचक अनुभव होता है | इस कहानी को मैं फ़िल्म ज़रिए दिखाना चाहता हूँ | मुझे famous writer बनने का है |
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बधाई हो! 7 साल बाद (भूतिया किला) प्रकाशित हो चुकी है।. अपने दोस्तों को इस खुशी में शामिल करे और उनकी राय जाने।