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126 व्यास

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आध्यात्मिक चिंतन

जो बेआस हो गया, वह व्यास हो गया।

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लेखक के बारे में
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Lokeshanand Paramhans

अ दुनिया के थके माँदे लोगों आओ मेरे पास मैंने वो स्थान ढूंढ लिया है जहाँ दुख नहीं है।

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    Murari lal Chaturvedi
    01 मई 2020
    गूढ़ रचना
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    Murari lal Chaturvedi
    01 मई 2020
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