10 साल बाद मुंबई एक अनाथ आश्रम में सुबह का वक्त एक कमरे मे एक लड़की किसी का ब्लैंकेट खींच रही थी और खा रही थी। लड़की: किशु चुपचाप उठा जा नही तो आज हम पक्का लेट हो जाएगे । किशु: देख ना यार अभी तो ...
10 साल बाद मुंबई एक अनाथ आश्रम में सुबह का वक्त एक कमरे मे एक लड़की किसी का ब्लैंकेट खींच रही थी और खा रही थी। लड़की: किशु चुपचाप उठा जा नही तो आज हम पक्का लेट हो जाएगे । किशु: देख ना यार अभी तो ...