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066 पुड़िया

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066 पुड़िया आज वैद्य जी के घर पर बड़ा शोर हो गया। अड़ोसी पड़ोसी भी एकत्र हो गए। नौबत मार पीट की आ गई। एक आदमी बहुत जोर से कराह रहा था। उसकी आँखें सूज कर बटेर जैसी हो गईं थी और वह बार बार अपना पेट ...

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Lokeshanand Paramhans

अ दुनिया के थके माँदे लोगों आओ मेरे पास मैंने वो स्थान ढूंढ लिया है जहाँ दुख नहीं है।

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