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वो कौन थी ?

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4.5

रात के 11 बज चुके थे और स्टेशन आने ही वाला था, जिस जगह मुझे उतरना था , मैंने अपनी उतरने की तैयारी पूरी कर ली, मेरा छोटा सा बेग जिसे अपने सीने से लगाकर रखा था मैंने। अपने सहयात्रीयों से  बचीखुची ...