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लाली की मुँह दिखाई

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उम्र 22 की हो और घर में शादी की बात होने लगे तो रोज तेज धूप में बाबरी सी घूमती लाली भी चेहरे पर दुपट्टा बांधकर निकलने लगती है ... हालांकि " सन टैनिंग " कहकर वो लोगों को ना समझा पाए पर " धूप में काली ...

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लेखक के बारे में

वो लिखती हूँ जो जिया है । उनके लिए लिखती हूँ जो जीती हैं पर लिख नहीं पाती । और लिखती हूँ शायद इसलिए जी रही हूँ । उम्मीद है जब तक जिऊँ , लिखती रहूँ :)

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    🇦🅿🅰🆁🅽🅰 "लहर"
    05 ਸਤੰਬਰ 2018
    दहेज तो है ही बुरा,लेकिन लड़की के मां बाप भी दहेज के लिए कम जिम्मेदार नहीं है,क्यूंकि आज भी जितना दहेज लड़की के मा बाप लड़को वालो को देते हैं काश के उसका आधा पैसा भी वो लड़की की पढ़ाई पर खर्च करते और उसको कामयाब बनाने का सपना देखते ना कि उसे दुल्हन बनाने का सपना।दुल्हन बनने का सपना वो खुद पूरा कर लेती।दोष हमेशा लड़को वालो का नहीं होता,बल्कि लड़कीवालों ने सोच ही ऐसी बना ली है।
  • author
    avinash srivastava
    13 ਸਤੰਬਰ 2017
    लात मारो ऐसे लडके को जो खुद के शौक केलिए भीख मांगता हो
  • author
    Akash Kumar
    06 ਜੂਨ 2016
    सीधी सच्ची भाषा में लिखी गई बेहतरीन रचना ।
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    🇦🅿🅰🆁🅽🅰 "लहर"
    05 ਸਤੰਬਰ 2018
    दहेज तो है ही बुरा,लेकिन लड़की के मां बाप भी दहेज के लिए कम जिम्मेदार नहीं है,क्यूंकि आज भी जितना दहेज लड़की के मा बाप लड़को वालो को देते हैं काश के उसका आधा पैसा भी वो लड़की की पढ़ाई पर खर्च करते और उसको कामयाब बनाने का सपना देखते ना कि उसे दुल्हन बनाने का सपना।दुल्हन बनने का सपना वो खुद पूरा कर लेती।दोष हमेशा लड़को वालो का नहीं होता,बल्कि लड़कीवालों ने सोच ही ऐसी बना ली है।
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    avinash srivastava
    13 ਸਤੰਬਰ 2017
    लात मारो ऐसे लडके को जो खुद के शौक केलिए भीख मांगता हो
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    Akash Kumar
    06 ਜੂਨ 2016
    सीधी सच्ची भाषा में लिखी गई बेहतरीन रचना ।