pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

मेरा हिसाब कर दो

4.4
35613

आज नियति की आँखे उसके मुह से ज्यादा बोल रही थी।सरे सवाल होठों की जगह आँखों में उतर आये थे।2 साल हो गए नितीश अब बस मेरा हिसाब कर दो। और नितीश जैसे अपने में ही सिमटा सा बैठा था,कैसे कर दूँ नियति का ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

Birth place - devidas wala ,mandawar ,distt bijnor ,uttarpradesh Birth date - 1 June 1988 Education - double M.A in english literature,appearing NTA UGC NET in english literature. Enrolled in P.hd in english literature. Academic qualification - diploma in aviation ,hospitality and travel n tourism . Work experience - kingfisher airlines ,Levi's,denizen ,aviation academies Achievement - winner of mrs uttrakhand international 2018 Profession- aviation ,hospitality,retail trainer n house wife as well Director of DHA Dream High Academy in Dehradun and Bijnor

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    ARUN KURMI
    30 जून 2018
    औरत एक ऐसी चीज है जिस के बारे मे ना तो देवता और ना ही ज्ञानी आज तक कुछ समझ पाये लेकिन मै अपने विचार जरूर रखूँगा औरत के बारे मे माना औरत शारीरिक ताकत मे मर्द से बहुत कमजोर है लेकिन मानसिक तागत मे एक औरत 100मर्द पे भारी पड़ती है क्योंकि किसी कामयाब बेक्ति के पीछे हमेसा एक औरत का ही हाथ होता हैं
  • author
    Devendra Kumar Mishra
    25 सितम्बर 2018
    कहानी बहुत ही रोचक एवं ह्रदयस्पर्शी थी। समापन और भी अच्छा दिखाया जा सकता था। आपको बहुत ही शुभकामनाएं। मेरी भी रचनाओं पर दृष्टि डाले। मुझे खुशी होगी।
  • author
    अक्षय गुप्ता
    04 अक्टूबर 2018
    मैंने देखा कि आप के इतने पाठक है,,, तो सोचा क्यों न एक कहानी पढ़ी जाये ,,, पहले पेज की भाषा और शैली से ही लग गया कि आपकी कहानी कितनी जबरदस्त होगी।।। सच में बहुत अच्छा लिखती है आप ।
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    ARUN KURMI
    30 जून 2018
    औरत एक ऐसी चीज है जिस के बारे मे ना तो देवता और ना ही ज्ञानी आज तक कुछ समझ पाये लेकिन मै अपने विचार जरूर रखूँगा औरत के बारे मे माना औरत शारीरिक ताकत मे मर्द से बहुत कमजोर है लेकिन मानसिक तागत मे एक औरत 100मर्द पे भारी पड़ती है क्योंकि किसी कामयाब बेक्ति के पीछे हमेसा एक औरत का ही हाथ होता हैं
  • author
    Devendra Kumar Mishra
    25 सितम्बर 2018
    कहानी बहुत ही रोचक एवं ह्रदयस्पर्शी थी। समापन और भी अच्छा दिखाया जा सकता था। आपको बहुत ही शुभकामनाएं। मेरी भी रचनाओं पर दृष्टि डाले। मुझे खुशी होगी।
  • author
    अक्षय गुप्ता
    04 अक्टूबर 2018
    मैंने देखा कि आप के इतने पाठक है,,, तो सोचा क्यों न एक कहानी पढ़ी जाये ,,, पहले पेज की भाषा और शैली से ही लग गया कि आपकी कहानी कितनी जबरदस्त होगी।।। सच में बहुत अच्छा लिखती है आप ।