चंद लम्हों की बात थी....... अजब सी वो रात थी..... वह भी अनजान सा राही था.. मैं भी तो अनजान थी.... अलग सा वह सफर था.... जो भी हो मगर प्यार का कहर था...... वो लम्हा फिर से लौट आए,,, जिंदगी भर ...
चंद लम्हों की बात थी....... अजब सी वो रात थी..... वह भी अनजान सा राही था.. मैं भी तो अनजान थी.... अलग सा वह सफर था.... जो भी हो मगर प्यार का कहर था...... वो लम्हा फिर से लौट आए,,, जिंदगी भर ...