- मुक्ति - सौम्या अपनी बेटी रितु से कहती है बेटा चलो जल्दी नाश्ता कर लो फिर सारा सामान भी पैक करना है रितु, मम्मा मैने अपना सामान पैक कर लिया पर भैय्या ने अभी तक अपना ...
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मुक्ति(10)
प्रकृति
4.6
किसी अंजान व्यक्ति की धमकी सुनकर अभिजीत केबिन से बाहर निकलकर पार्किंग में जाता है और अपनी कार स्टार्ट करता है,और शहर से लगभग दो कि.मी.दूर अवस्थित गाँव हुज़ूर पूर निकल जाता है,गांव पहुँचने के बाद वह एक ...
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मेरी कोशिश यही रहती है कि अपनी कल्पनाओं को साकार रूप दे सकूँ,,,,और मैने अपनी लेखनी को किसी भी प्रकार की सीमाओं से नहीं बांध रखा है, जो अच्छा लगता है, बस वही लिखती हूँ,।,,,,,,,,,,
सारांश
मेरी कोशिश यही रहती है कि अपनी कल्पनाओं को साकार रूप दे सकूँ,,,,और मैने अपनी लेखनी को किसी भी प्रकार की सीमाओं से नहीं बांध रखा है, जो अच्छा लगता है, बस वही लिखती हूँ,।,,,,,,,,,,
रिपोर्ट की समस्या
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