pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

मिलके भी हम ना मिले....

498
4.6

इक दौर था ,जब अनकही मोहब्बत, अधूरी प्रेम कहानी , अनकहे जज्बात हुआ करते थे,इक मोहब्बत की नजर से लोग जीवन बिता दिया करते थे ।पर ये 21 वी सदी ,भौतिक युग जहां प्रेम , ब्रेकअप,तलाक ,सब साधारण सी बात ...