शालीन का हिंदुस्तान आने का मकसद पूरा हो गया था। उसके पापा का अस्थि विसर्जन हो गया था। उसने चैन कि सांस ली। फिर करन ,यश और जैद को हाथ जोड़कर कर धन्यवाद करने लगा। ...
शालीन का हिंदुस्तान आने का मकसद पूरा हो गया था। उसके पापा का अस्थि विसर्जन हो गया था। उसने चैन कि सांस ली। फिर करन ,यश और जैद को हाथ जोड़कर कर धन्यवाद करने लगा। ...