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भदोही की महिलाएं

4.7
4777

पानी के लिए जूझती महिलाओं की लगन भरी कहानी।

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लेखक के बारे में

इंजिनीयर, नवोदयन, प्रेमचंद का फैन। सरल भाषा में कहानियां लिखने की कोशिश करता हूँ, ताकि सब समझ सके कहानियों को। उम्मीद है आपको मेरी कहानियां पसन्द जरूर आएंगी। एक बार पढियेगा जरूर।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    राहुल पारीक
    03 अप्रैल 2021
    आभाव में जीते हुए मानव खुद को ढाल लेता है और जो शुरू में उसको समस्या प्रतीत होती है उनको वो अपने दैनिक जीवन का हिस्सा समझने लगता है। लेकिन जब किसी आभाव को समस्या की तरह देखा जाता है तथा उसको हल करने का मन बना लिया जाता है तो वो समस्या ज्यादा समय तक नहीं टिक पाती। नारी शक्ति तथा जन भागीदारी एक साथ मिल जाए तो कोई भी समस्या अधिक समय नहीं टिक सकती आवश्यकता है तो बस एक सकारात्मक सोच तथा उस ओर कदम आगे बढ़ाने की।
  • author
    Sandeep Kumar
    24 जनवरी 2021
    बहुत ही बढ़िया कहानी है समाज को जागरूक करने के लिए ऐसे ही कहानियां आप लिखते रहिए बहुत-बहुत धन्यवाद आपका
  • author
    Naresh PANDEY
    05 मई 2021
    सच्चे लगन एवं मेहनत से सफलता मिलती ही है जैसा कि इस गांव के लोगों को मिली
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    राहुल पारीक
    03 अप्रैल 2021
    आभाव में जीते हुए मानव खुद को ढाल लेता है और जो शुरू में उसको समस्या प्रतीत होती है उनको वो अपने दैनिक जीवन का हिस्सा समझने लगता है। लेकिन जब किसी आभाव को समस्या की तरह देखा जाता है तथा उसको हल करने का मन बना लिया जाता है तो वो समस्या ज्यादा समय तक नहीं टिक पाती। नारी शक्ति तथा जन भागीदारी एक साथ मिल जाए तो कोई भी समस्या अधिक समय नहीं टिक सकती आवश्यकता है तो बस एक सकारात्मक सोच तथा उस ओर कदम आगे बढ़ाने की।
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    Sandeep Kumar
    24 जनवरी 2021
    बहुत ही बढ़िया कहानी है समाज को जागरूक करने के लिए ऐसे ही कहानियां आप लिखते रहिए बहुत-बहुत धन्यवाद आपका
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    Naresh PANDEY
    05 मई 2021
    सच्चे लगन एवं मेहनत से सफलता मिलती ही है जैसा कि इस गांव के लोगों को मिली