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बहन पिया घर चली..

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ओढ़कर जिम्मेदारी की चादर वो, आजादी का आंगन छोड़ चली अब तक बीते हर पल को यादों में संजो कर देखो, बहन पिया घर चली। खामोश हुआ चहचहाता, अब ये आँगन इसलिये कि, वो चिड़िया पिया घर उड़ चली। जिन्दगी की हर रीत ...

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लेखक के बारे में
author
Abhishek Gupta

I love poems,bcs poetry is my gf

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Shaline Gupta
    19 ऑगस्ट 2019
    बहनो का प्रेम अनमोल तोहफा है।हृदयस्पर्शी लिखा है।
  • author
    शशि कुशवाहा
    15 फेब्रुवारी 2019
    very nice
  • author
    vishnu agarwal
    14 फेब्रुवारी 2019
    wahh...supprrr👌👌
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Shaline Gupta
    19 ऑगस्ट 2019
    बहनो का प्रेम अनमोल तोहफा है।हृदयस्पर्शी लिखा है।
  • author
    शशि कुशवाहा
    15 फेब्रुवारी 2019
    very nice
  • author
    vishnu agarwal
    14 फेब्रुवारी 2019
    wahh...supprrr👌👌