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हिन्दी

प्रेम और वासना

4.5
1067

राजेश और रीना की शादी हुए छः महीने हो गए थे । राजेश इकहरे बदन का युवक था जो देखने में औसतन था लेकिन रीना ? उसे तो भगवान ने छप्पर फाड़कर हुस्न दिया था । उसके गदराये बदन से हजारों गुलाबों की खुशबू ...

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लेखक के बारे में
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श्री हरि

हरि का अंश, शंकर का सेवक हरिशंकर कहलाता हूँ अग्रसेन का वंशज हूँ और "गोयल" गोत्र लगाता हूँ कहने को अधिकारी हूँ पर कवियों सा मन रखता हूँ हिन्दी, हिन्दू, हिन्दुस्तान से बेहद, प्यार मैं दिल से करता हूँ ।। गंगाजल सा निर्मल मन , मैं मुक्त पवन सा बहता हूँ सीधी सच्ची बात मैं कहता , लाग लपेट ना करता हूँ सत्य सनातन परंपरा में आनंद का अनुभव करता हूँ हिन्दी, हिन्दू, हिन्दुस्तान से बेहद, प्यार मैंदिल से करता हूँ

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Girraj Khandelwal
    07 মে 2023
    रचना बहुत अच्छी लगी और सोचने को मजबूर करती है ।
  • author
    Priya pardhan Priya
    08 মে 2023
    प्रेम सदैव मृगतृष्णा ही तो है
  • author
    Sunita Yadav
    08 মে 2023
    very very nice story
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Girraj Khandelwal
    07 মে 2023
    रचना बहुत अच्छी लगी और सोचने को मजबूर करती है ।
  • author
    Priya pardhan Priya
    08 মে 2023
    प्रेम सदैव मृगतृष्णा ही तो है
  • author
    Sunita Yadav
    08 মে 2023
    very very nice story