pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

पिता कि सीख

90

मेरे पिता छोटे थे तो उनका परिवार एक बहुत ही आम ज़िंदगी जी पता था। फिर भी मैंने हमेशा उनके मुँह से दान , धर्म, की बात सुनी। एक दिन मैंने उनसे पूछा जब आप के परिवार के पास ख़ुद के लिए पर्याप्त ना था - ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Madhulesh Pandey
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है