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परिचय

4.9
162

रात हूं मैं रात हूं , एक अकेली रात हूं । अमावस की रात कभी पूनम की रात हूं । मैं निशा , रजनी ,तमिस्रा ही भले हूं , और जरूरत के बिना भी संग चली हूं , चाह तुमको हो न मेरी, है जरूरत , बेजरूरत प्यार ...

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RAJANI S.K.G
5

हर निशा के बाद ही अस्तित्व होता भोर का हो सुखद प्रमुदित जगत हर रोज का जीवनी शक्ति करे संचित यहीं जीवन सुधा फिर भी सभी के लिए मैं  व्यर्थ की एक रात हूं अमावस की रात कभी पूनम की रात हूं मेरे अंधियारों ...

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RAJANI S.K.G
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    kshama
    28 जुलाई 2019
    heart touching story
  • author
    प्रदीप तिवारी
    05 जून 2019
    बहुत सुंदर
  • author
    Sushil Gupta
    26 अक्टूबर 2018
    very good
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    kshama
    28 जुलाई 2019
    heart touching story
  • author
    प्रदीप तिवारी
    05 जून 2019
    बहुत सुंदर
  • author
    Sushil Gupta
    26 अक्टूबर 2018
    very good