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निर्भीक बालक

4.2
9775

बचपन से ही भय किसे कहते हैं नरेन्द्र नहीं जानते थे। जब उनकी आयु केवल छह वर्ष थी एक दिन वे अपने मित्रों के साथ 'चड़क' का मेला देखने गये। नरेन्द्र मेले में से मिट्टी की महादेव की मूर्तियां खरीद कर ...

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समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    15 अप्रैल 2018
    Bahut hi acchi. Heart touching
  • author
    पूनम रानी
    01 जून 2020
    महान हस्ती के गुण बाल्यकाल में ही पता लग जाते हैं।🙏👌
  • author
    deepak bhandari
    18 मार्च 2019
    अति उत्तम
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    15 अप्रैल 2018
    Bahut hi acchi. Heart touching
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    पूनम रानी
    01 जून 2020
    महान हस्ती के गुण बाल्यकाल में ही पता लग जाते हैं।🙏👌
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    deepak bhandari
    18 मार्च 2019
    अति उत्तम