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तू तो पैदा ही मनहूस हुई थी..

4.4
2722

"मीनी मीनी कहां हैं तू" -अपने बेडरूम से चाची ने आवाज लगाई। "चाची मैं खाना खा रही हूं, कहते हुए मीनी चाची के कमरे के दरवाजे के पास आकर बोली - कोई काम है क्या"? "हां खाना खाले फिर सारे बर्तन धो ...

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लेखक के बारे में

बचपन से ही कहानियां और कविताएं पढने का शौक धीरे- धीरे लिखने का शौक भी बन गया। मुझे कहानियां लिखना बहुत पसंद हैं।मैंने , एम ए (समाज शास्त्र ) और बी०एड० किया हैं। समाज से जुड़े मुद्दे ही मेरे कलम से निकलते हैं, जो महसूस करती हूँ उसे लिख डालती हूँ।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    प्रियंका सोनी
    03 जनवरी 2019
    Bhut acchi story h 👌👌
  • author
    अंशु शर्मा "धरा"
    31 दिसम्बर 2018
    मन को छु लेने वाली कहानी👌
  • author
    Tinni Shrivastava
    06 दिसम्बर 2018
    मर्मस्पर्शी रचना... आँखें भर आई
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    प्रियंका सोनी
    03 जनवरी 2019
    Bhut acchi story h 👌👌
  • author
    अंशु शर्मा "धरा"
    31 दिसम्बर 2018
    मन को छु लेने वाली कहानी👌
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    Tinni Shrivastava
    06 दिसम्बर 2018
    मर्मस्पर्शी रचना... आँखें भर आई