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ठंडी बयार सुनो न

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ए ठंडी बयार सुनो न   कभी मुझसे भी मिल जाया करो घड़ी दो घड़ी मुझसे बात करने आया करो अकेला है दिल मेरा कभी इसको ही बहला जाया करो दर्द से तड़पता है ये कभी अपने एहसास से सहला जाया करो नही लगता दिल ये मेरा ...

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लेखक के बारे में
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Adii 🙂

एक नया सफर एक नए सपने के साथ हुआ है शुरुआत प्यारी है तो सफर कितना प्यारा होगा।। वह जो न आने वाला है ना, उस से हमको मतलब था, आने वालों से क्या मतलब आते हैं, आते होंगे... जब तुम्हें देखा, दिल धड़कने लगा, प्रेम की आग में जलने लगा। तेरे बिना जीना लगा अधूरा, दर्द और प्रेम ने जीवन भरा। तेरी यादों में खो गया हूँ मैं, दर्द की बूंदों में बह गया हूँ मैं। प्रेम की कविता लिखते हैं ये शब्द, जो दर्द और प्रेम से भरे हैं तब। तेरी यादों में खो जाता हूँ मैं, प्रेम की आग में जलता हूँ मैं। 🖋️🌹 Follow me on my instagram page. Ehsas_k_pl

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Sudhir Kaushik
    27 فروری 2021
    ठंडी बयार अच्छी लगी । ताज़गी भरी उदासी भरी ।
  • author
    Sahil Biyani
    01 فروری 2021
    बोहोत जड़ा अच्छा है!❤️
  • author
    Sunil Jain
    19 جنوری 2021
    Bhut Sunder likha hai 👌👌👌
  • author
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  • author
    Sudhir Kaushik
    27 فروری 2021
    ठंडी बयार अच्छी लगी । ताज़गी भरी उदासी भरी ।
  • author
    Sahil Biyani
    01 فروری 2021
    बोहोत जड़ा अच्छा है!❤️
  • author
    Sunil Jain
    19 جنوری 2021
    Bhut Sunder likha hai 👌👌👌