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झुक गया चाँद

4.8
100

* झुक गया चाँद* पीलिया रोग से ग्रसित कलुआ, पिछले तीन महीनों से घर में खाट पर मरणासन्न पड़ा था ! बंद पड़े उसके दुकान के दरवाजे के चारों तरफ जालों का झूण्ड लटक रहा था । घर की आर्थिक स्थिति ऐसी लचर गई कि ...

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लेखक के बारे में

स्वतंत्र लेखन, हिन्दी

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Kamlesh Vajpeyi
    20 अक्टूबर 2022
    बहुत सुन्दर और मर्मस्पर्शी..!
  • author
    Akhilesh Srivastava
    20 अक्टूबर 2022
    very beautiful story
  • author
    खुशबू हरमुख
    01 दिसम्बर 2022
    nice
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  • author
    Kamlesh Vajpeyi
    20 अक्टूबर 2022
    बहुत सुन्दर और मर्मस्पर्शी..!
  • author
    Akhilesh Srivastava
    20 अक्टूबर 2022
    very beautiful story
  • author
    खुशबू हरमुख
    01 दिसम्बर 2022
    nice