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झांसी की रानी...

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वीर सुपुत्री...

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Kumar Krishna Mohan

न हारा हूँ न हारूगां ।। कभी ना हार मानूंगा ।। चलेगी साँस फिर जब तक । तिरंगे को सवांरूगा ।।

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