pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

जिद़गी

3
16

कुछ गुजरी, कुछ गुजार दी, कुछ निखरी, कुछ निखार दी, कुछ बिगड़ी, कुछ बिगाड़ दी, कुछ अपनी रही, कुछ दूसरों पर वार दी, कुछ इश्क़ में डूबी, कुछ इश्क़ ने तार दी, कुछ दोस्तों ने संवारी, कुछ दुश्मन ने ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Shikh@ Gupt@

De@r~Zind@gi... ❣️💞

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Neha Sharma
    19 अगस्त 2019
    श्रेष्ठ अभिव्यक्ति। शुभकामनाएं कृपया मेरी रचना मन बावरा भी पढे।
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Neha Sharma
    19 अगस्त 2019
    श्रेष्ठ अभिव्यक्ति। शुभकामनाएं कृपया मेरी रचना मन बावरा भी पढे।