पुरुष अपनी बातों से स्त्री का चरित्र तय करता है और अपनी आंखों से रोज उसे निर्वस्त्र करता है क्यूंकि वो पुरुष है उसे पैदाइशी हक है ये सब करने का लेकिन कभी ये सोचा कि अगर किसी स्त्री ने पुरुष का चरित्र ...
पुरुष अपनी बातों से स्त्री का चरित्र तय करता है और अपनी आंखों से रोज उसे निर्वस्त्र करता है क्यूंकि वो पुरुष है उसे पैदाइशी हक है ये सब करने का लेकिन कभी ये सोचा कि अगर किसी स्त्री ने पुरुष का चरित्र ...