.....✍️ एक तो अमावस गहराई सी उस पर प्रिय की प्रीत सघन पल छिन टोह रहे चौखट पर उमग उमग आता है मन ❤️ मेरे सांवले सजन निमड़े की छांव सी तुम्हारी मधुर प्रतीति कैर के कांटों सी तुम्हारे बिरहा के दंश ...
.....✍️ एक तो अमावस गहराई सी उस पर प्रिय की प्रीत सघन पल छिन टोह रहे चौखट पर उमग उमग आता है मन ❤️ मेरे सांवले सजन निमड़े की छांव सी तुम्हारी मधुर प्रतीति कैर के कांटों सी तुम्हारे बिरहा के दंश ...