pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

गरीबी में क्यों जीते हो ?

3.8
9148

रमेश अपनी शादी के वक्त बेरोजगार था | उसने सोच रखा था कि पहले वह गीता से शादी करेगा , फिर वह कोई न कोई काम जरूर करेंगा । रमेश की शादी उसके पिताजी ने बहुत ही साधारण तरीके से कर दी | रमेश भी जानता ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

शिक्षा - M.A (sociology) , osmania university सारस्वत सम्मान - विद्यावाचस्पति " भारत गौरव " उपाधि प्राप्त पांच पुस्तकों के लेखक मेरा हैदराबाद में ही निवास है । ईश्वर ने हमे प्रकृति दी , हमे इस पृथ्वी पर भेजा । क्यों नहीं हम , इस प्रकृति सम्मत जीवन का पूर्ण आनद ले ? शब्दों की अभिव्यक्ति ही , इंसान की पहचान बनाती है ।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    ram was das
    09 मार्च 2019
    prernadayak Kahani Hai Naukri Karne Se Achha Vyapar kijiye
  • author
    23 जून 2025
    😊✍️💕🙏🏻✊️🤝💦💦💃🏻😁🎎😇🛐💯💘😗🚶🏡🤣🤔💔🏠😗🚶🚶😁✍️🎎💕🌈🙏🏻🤝💦💦✍️🚶💖🏡🤣🤔✌️👍🏼😀
  • author
    Naveen Pawar
    20 जनवरी 2022
    अति उत्तम अति उत्तम। हमें गर्व है कि हमारी पीढ़ी में ऐसे महान लेखक कवी हैं 🙏🤝 शुभ राञी 🌹
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    ram was das
    09 मार्च 2019
    prernadayak Kahani Hai Naukri Karne Se Achha Vyapar kijiye
  • author
    23 जून 2025
    😊✍️💕🙏🏻✊️🤝💦💦💃🏻😁🎎😇🛐💯💘😗🚶🏡🤣🤔💔🏠😗🚶🚶😁✍️🎎💕🌈🙏🏻🤝💦💦✍️🚶💖🏡🤣🤔✌️👍🏼😀
  • author
    Naveen Pawar
    20 जनवरी 2022
    अति उत्तम अति उत्तम। हमें गर्व है कि हमारी पीढ़ी में ऐसे महान लेखक कवी हैं 🙏🤝 शुभ राञी 🌹