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खामोश सफर

6805
4.1

अलार्म की आवाज सुनकर मेरी नींद खुल गयी ,अंगडाई लेते हुए मै उठ कर बैठ गया, आलस्य के सागर में डूबे अपने दोनों हाथो से किसी तरह मोबाईल उठाकर अलार्म बंद किया , समय देखा तो सुबह के साढ़े तीन बज रहे थे ,मन ...