कुछ तो होना था.... इस झूटी दुनिया से दूर, दिखावे से परे, सच का एक जाहां होना था... मेरा सिर तेरे काँधे पे, तेरे होंठ मेरे माथे पे, और हम दोनों को वहाँ होना था.... कुछ तो होना था... कपकपाती ठंड ...
कुछ तो होना था.... इस झूटी दुनिया से दूर, दिखावे से परे, सच का एक जाहां होना था... मेरा सिर तेरे काँधे पे, तेरे होंठ मेरे माथे पे, और हम दोनों को वहाँ होना था.... कुछ तो होना था... कपकपाती ठंड ...