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आज मौसम का मिजाज सुबह से ही कुछ ठीक नहीं था। तेवर रह रह कर बदल रहे थे। कभी ज़ोर ज़ोर से गरजते बादलों की धुन पर आकाशीय बिजली नृत्य करती प्रतीत हो रही थी, तो कभी धीमी धीमी बरसती नटखट बूँदे धरती की ...