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कागज की नाव

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" ये बाबूजी भी पता नही कब जाएंगे , कमल ने भी मेरे सर पर एक नई आफत लाकर रख दी " रसोई में खाना बनाते हुए रमेश जी की बहु कमला बड़बड़ा रही थी। बाहर बरामदे में बैठे रमेश जी सब कुछ सुन रहे थे । रमेश जी ...