कर्नल गौरव चौहान के जन्म दिन पर हर साल इसी तरह की दावत दी जाती है| जब से वे फौज से रिटायर हुए हैं और सैनिक नगर की अपनी कोठी में आये हैं| अब वे सत्तर के हो चुके हैं| हालाँकि डायबिटीज उनकी रग-रग में ...
कर्नल गौरव चौहान के जन्म दिन पर हर साल इसी तरह की दावत दी जाती है| जब से वे फौज से रिटायर हुए हैं और सैनिक नगर की अपनी कोठी में आये हैं| अब वे सत्तर के हो चुके हैं| हालाँकि डायबिटीज उनकी रग-रग में ...