आप केवल प्रतिलिपि ऐप पर कहानियाँ डाउनलोड कर सकते हैं
एप्लिकेशन इंस्टॉल करें
अपने दोस्तों के साथ साझा करें:
पुस्तक का अगला भाग यहाँ पढ़ें
आखिरी सत्य-(२ )
Nidhi Vyas
4.8
रात हो चुकी थी | करीब ९ बज रहे थे |फाटक के ऊपर बहुत बड़े अर्धगोलाकार बोर्ड पर लिखा था -" स्वामी विद्यासागर आश्रम " | आश्रम के बाहर दो चौकीदार थे | उन्होंने लड़की को बेहोश देखा तो घबरा गए | " अरे ...
आप केवल प्रतिलिपि ऐप पर कहानियाँ डाउनलोड कर सकते हैं
कहानी 'सफर ' अब किताब की शक्ल में अमेज़न पर उपलब्ध है.
https://www.amazon.in/सफ़र-Safar-निधि-व्यास-Nidhi/dp/9390791464/ref=sr_1_1?dchild=1&keywords=safar nidhi vyas&qid=1626935286&sr=8-1
सारांश
कहानी 'सफर ' अब किताब की शक्ल में अमेज़न पर उपलब्ध है.
https://www.amazon.in/सफ़र-Safar-निधि-व्यास-Nidhi/dp/9390791464/ref=sr_1_1?dchild=1&keywords=safar nidhi vyas&qid=1626935286&sr=8-1
आपकी ये कहानी वाकई बहुत अच्छी रचना है लेकिन जो कमियां एक साधारण लेखक करता है वही आपने की है जो इस रचना को कालजयी बनने में बाधक है
धार्मिक भेदभाव से परे रचना अधिक उत्तम होती ।
हैदर नाम इस कहानी में आपकी अपरिपक्व मानसिकता और धर्म की छोटी और कम सोच को दर्शाता है ।
हैदर का मैत्रयी से परिणय वास्तविकता से परे है ।
सभी मजहब / पंत समान है ये सत्य नही है, एक मजहब जिसमे बकरा काटा जाता है और एक जहा अहिंसा परमो धर्म है , समान नही हो सकते।
मांसाहारी और शाकाहारी समान नही हो सकते
तीन तलाक, बहु विवाह, हलाला और अन्नपूर्णा गृहस्वामिनी एकल विवाह पति/पत्नी व्रता कभी समान नही हो सकते ।
मानव का धर्म एक है
जो व्यवहार मुझे मेरे लिए अनुकूल और उचित लगता है वही प्राणिमात्र के लिए होना ही धर्म है ।
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
ज़िंदगी वैसे ही अधूरी है और अब ये कहानी ......सच कहें बिल्कुल अच्छा नही लगा ये देखकर या यों कहें ऐसी आशा न थी.....पर इक सच तो ये भी है आप बहुत ही सटीक लिखती हैं मन बन्ध जाता है सब सजीव हो उठता है
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
आपकी ये कहानी वाकई बहुत अच्छी रचना है लेकिन जो कमियां एक साधारण लेखक करता है वही आपने की है जो इस रचना को कालजयी बनने में बाधक है
धार्मिक भेदभाव से परे रचना अधिक उत्तम होती ।
हैदर नाम इस कहानी में आपकी अपरिपक्व मानसिकता और धर्म की छोटी और कम सोच को दर्शाता है ।
हैदर का मैत्रयी से परिणय वास्तविकता से परे है ।
सभी मजहब / पंत समान है ये सत्य नही है, एक मजहब जिसमे बकरा काटा जाता है और एक जहा अहिंसा परमो धर्म है , समान नही हो सकते।
मांसाहारी और शाकाहारी समान नही हो सकते
तीन तलाक, बहु विवाह, हलाला और अन्नपूर्णा गृहस्वामिनी एकल विवाह पति/पत्नी व्रता कभी समान नही हो सकते ।
मानव का धर्म एक है
जो व्यवहार मुझे मेरे लिए अनुकूल और उचित लगता है वही प्राणिमात्र के लिए होना ही धर्म है ।
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
ज़िंदगी वैसे ही अधूरी है और अब ये कहानी ......सच कहें बिल्कुल अच्छा नही लगा ये देखकर या यों कहें ऐसी आशा न थी.....पर इक सच तो ये भी है आप बहुत ही सटीक लिखती हैं मन बन्ध जाता है सब सजीव हो उठता है
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या