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अपना सा अजनबी

4.4
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मै थोड़ी झल्ली सी थोड़ी शैतान पर थोडी सी अच्छी भी हूँ और नाम है मेरा अविरा ।और आज मेरा MSC का entrance टेस्ट है हमेशा की तरह आज भी किसी भी एक्जाम में वक्त से कुछ ज्यादा ही पहले पहुँच गयी हूँ मै ...

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लेखक के बारे में

नाम :- नेहा अग्रवाल नेह जन्म :- 19 अप्रैल शिक्षा :- एम .एस.सी ( रसायनशास्त्र ) लेखन विधा :- लघुकथा ,कहानी ,कविता,व्यंग्य,पत्र,लेख दैनिक भास्कर मधुरिमा , दैनिक जागरण , साहित्य अमृत, मृगमरीचिका, साधव्यूज, साहित्य सरोज ,परतों की पड़ताल , लोकजंग ,दैनिक अकुंर , नवप्रदेश ,अट्टहास , दैनिक मैट्रो ,साफ्ताहिक अकोदिया सम्राट ,प्रतिलिपि ,योर कोट्स ,मातृ भारती ,स्टोरी मिरर, हिन्दी रचना संसार , हैक जिन्दगी , साहित्यपीडिया , किस्सा कृति , सत्य की मशाल ,आगमन ,गृहलक्ष्मी , पर रचनाएं प्रकाशित प्रकाशित कृतियाँँ :- बूँद - बूँद सागर ( लघुकथा संग्रह ) , फलक ( लघुकथा संग्रह ),अपने अपने क्षितिज ( लघुकथा संग्रह ),काव्य सुरभि ( काव्य संग्रह ) सम्पादित कृति :- स्वप्नगंधा काव्य संग्रह फोन :- 9410405901 ईमेल:- [email protected]

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    20 जुलाई 2020
    आपने अच्छा लिखा है, आप ऐसे ही अच्छी रचनाएं लिखती रहिए। ये बात अलग है कि ज़्यादातर पाठक कहानी के अंत में मिलने या बिछड़ने को अहमियत देते हैं, लेकिन इन्हें समझना चाहिए कि कुछ रिश्ते बेनाम ही अच्छे होते हैं। बेशक इन रिश्तों का कोई नाम नहीं होता, मगर ये रिश्ते जीवनभर रूहानी खुशी देते हैं।।। वैसे चाहे कहानियां हो या असल जिंदगी, एक लड़की को हमेशा अपने प्यार से समझौता करना ही पड़ता है। कभी माँ-बाप की इज्ज़त का हवाला देकर, और कभी समाज व समाज के चार लोगों का ताना देकर। मगर, लड़कों के साथ आसानी हो जाती है, भेदभाव बना ही रहता है।।। लेकिन क्या कभी माँ-बाप आगे आयेंगे और क्या वो अपनी रूढ़िवादी सोच को परे रखकर अपनी बेटी के लिए उसका प्यार पाने में मदद करेंगे?
  • author
    21 जनवरी 2016
    Beautifull Story उम्मीद करते हैं अजनबी लड़के के घरवालों ने बात की होगी और सब कुछ अच्छा हुआ हो
  • author
    janki "Chiku,jani"
    12 जून 2019
    Awesome 😊 😊
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    20 जुलाई 2020
    आपने अच्छा लिखा है, आप ऐसे ही अच्छी रचनाएं लिखती रहिए। ये बात अलग है कि ज़्यादातर पाठक कहानी के अंत में मिलने या बिछड़ने को अहमियत देते हैं, लेकिन इन्हें समझना चाहिए कि कुछ रिश्ते बेनाम ही अच्छे होते हैं। बेशक इन रिश्तों का कोई नाम नहीं होता, मगर ये रिश्ते जीवनभर रूहानी खुशी देते हैं।।। वैसे चाहे कहानियां हो या असल जिंदगी, एक लड़की को हमेशा अपने प्यार से समझौता करना ही पड़ता है। कभी माँ-बाप की इज्ज़त का हवाला देकर, और कभी समाज व समाज के चार लोगों का ताना देकर। मगर, लड़कों के साथ आसानी हो जाती है, भेदभाव बना ही रहता है।।। लेकिन क्या कभी माँ-बाप आगे आयेंगे और क्या वो अपनी रूढ़िवादी सोच को परे रखकर अपनी बेटी के लिए उसका प्यार पाने में मदद करेंगे?
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    21 जनवरी 2016
    Beautifull Story उम्मीद करते हैं अजनबी लड़के के घरवालों ने बात की होगी और सब कुछ अच्छा हुआ हो
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    janki "Chiku,jani"
    12 जून 2019
    Awesome 😊 😊