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अतीत की यादें

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4.2

अब तो नन्हीं का जीवक-क्रम बदल गया है। खाना-पीना-सोना-जगना बदल गया है॥ धरती पर वह लौट ना पाये एक बार भी। परिजनों से मिल ना पाये एक बार भी॥ ऊपर ही आकाश में वह उड़ती रहती है। नये दोस्त हैं, बस उनके संग ...