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अकेला। मोनिका मेहरा वाटिका

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अकेला अकेला खुद को कभी मां समझो।हमारे साथ हमारे भगवान है।वह हम सब का ध्यान रखते हैं,पालन करते हैं और समस्त दुखों से मुक्ति दिलाते हैं।खुद को अकेला महसूस करना हम में हीन भावना ला देता है,जो ठीक नहीं ...

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लेखक के बारे में
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Monika। Mehra

SOCIAL WORKER इंसानियत से बदकर कुछ नहीं।। कर्तव्य से लगाव,सब धर्म एक समान हैं,सभी को बराबर समझकर व्यवहार करो। यही पूजा है, यही भक्ति है।। मोनिका मेहरा के नाम से और मोनिका मेहरा वाटिका के नाम से भी मैं ही लिखती हँ।कोई अन्य नहीं।। VICE PRESIDENT OF MAHILA WING AND WARD 20S ।। जय श्री कृष्णा जी।।

समीक्षा
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  • author
    sudhir Batham
    29 मे 2021
    वास्तव में यही सत्य है, आपने जिस प्रकार लोगों को अकेलेपन में भी आत्मसंतुलन बनाए रखने हेतु प्रेरित किया है.... धन्यवाद 🙏
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    sudhir Batham
    29 मे 2021
    वास्तव में यही सत्य है, आपने जिस प्रकार लोगों को अकेलेपन में भी आत्मसंतुलन बनाए रखने हेतु प्रेरित किया है.... धन्यवाद 🙏