प्रिय लेखक और पाठक,
दस साल पहले 14 सितंबर 2014 को, हमने प्रतिलिपि वेबसाइट का पहला पब्लिक बीटा वर्ज़न लॉन्च किया था।
उस समय, हमारे मन में कई सवाल थे लेकिन एक दृढ़ विश्वास भी था। सपनों और आकांक्षाओं की कोई भाषा नहीं होती। हमने विचार रखा कि हमारे क्रिएटर्स बिना किसी बाधा के अपनी कहानियाँ दुनिया के साथ साँझा कर सकें।
हम जानते थे कि यात्रा कठिन होगी, लेकिन हम यह भी जानते थे कि अगर हम अपने लक्ष्य के करीब पहुँच गए, तो यह बहुत अनमोल होगा।
हमने कभी नहीं सोचा था कि यह कितना कठिन और कितना अनमोल है!!!
ऐसे क्षण भी थे जब हम आप में से सैकड़ों लोगों द्वारा अपनी कहानियाँ साँझा करने पर सेलिब्रेट करते थे, जिन्हें हर महीने सैकड़ों बार पढ़ा जा रहा था। अब, हम दस लाख से अधिक लेखकों के परिवार में विकसित हो गए हैं, जिनकी कहानियाँ हर हफ्ते करोड़ों बार पढ़ी जा रही हैं!
तीन साल पहले, हमने मॉनिटाइजेशन के लिए सब्सक्रिप्शन प्रोग्राम भी शुरू नहीं किया था। तब, आप सभी प्रतिलिपि पर सिर्फ इसलिए लिखते थे क्योंकि पाठक आपके अगले भाग का बेसब्री से इंतजार करते थे। इसकी तुलना पिछले महीने से करें, जब उन्हीं पाठकों ने हमें 1.5 करोड़ से अधिक की रॉयल्टी लेखकों को साँझा करने में सक्षम बनाया, जिसमें 18 लेखकों ने 1 लाख से अधिक की कमाई की, और 500 से अधिक लेखकों ने 5000 से अधिक की कमाई की। ऐसा लगता है जैसे कल ही की बात है, जब लोगों को संदेह था कि क्या प्रतिलिपि के बाहर का कोई हमारे लेखकों और कहानियों की परवाह करेगा? लेकिन अब हमारे पास पाँच टीवी शो और हमारी कहानी पर एक वेब सीरीज़ बन चुकी है, और यह तो बस शुरुआत है!
लेकिन यह यात्रा किसी भी तरह से सरल और स्ट्रेटफॉरवर्ड नहीं थी। मेरे अनगिनत दिन रहे हैं, जब मैं उठता था तो शरीर में ताक़त महसूस नहीं होती थी और मन में कोई भी आईडिया नहीं था कि हम इस सपनें को वास्तविकता में साकार करने के लिए कैसे अस्तित्व में रहेंगे। हमारी पूरी टीम ने कठिन समय देखा है।
इस कठिन समय से गुज़रने के लिए हमें जिसने प्रेरित किया, वह आप ही हैं। आपने जो सपोर्ट और प्यार हमें दिया है, उसने ही हमें पिछले अनेक वर्षों से हर दिन फिर से तैयार होने और अपना बेस्ट देने के लिए प्रेरित किया है।
हम पूरी तरह से जानते हैं कि यह बस शुरुआत है और आगे बहुत लंबा रास्ता तय करना है। हमारा अंतिम लक्ष्य एक ऐसा इकोसिस्टिम बनाना है जहाँ हमारे हज़ारों प्रतिभाशाली लेखक फुल टाइम लेखन कर सकें, जिसमें प्रतिलिपि द्वारा प्राप्त रॉयल्टी उनकी फाइनेंशियल जरूरतों को पूरा करती है। हम चाहते हैं कि हमारी कहानियाँ सांस्कृतिक और भौगोलिक बॉर्डर से परे, दुनिया के हर हिस्से तक पहुँचें। हम एक ऐसे भविष्य की कल्पना करते हैं जहाँ हमारे टॉप लेखक जे. के. राउलिंग्स और जॉर्ज आर. आर. मार्टिंस की तरह ग्लोबल लेवल पर प्रख्यात और सफल हों!
और हम समझते हैं कि आगे की राह अब आसान नहीं होगी। लेकिन हम यह भी जानते हैं कि जब तक आप हमारे साथ हैं, हम लगातार बेहतर प्रयास करते रहेंगे। बाधाओं के बावजूद जो हमें नीचे खींचने की कोशिश करती हैं, आपका अटूट प्यार और विश्वास हमें हर बार फिर से उठने की ताक़त देगा।
कोशिश जारी रहेगी
Ranjeet Pratap Singh
CEO, Pratilipi