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प्रतिलिपि अवार्ड्स 2021
16 फ़रवरी 2022

प्रतिलिपि हिन्दी की लेखिका प्रियांशी रैकवार के साथ एक छोटा सा वार्तालाप। 

नाम- प्रियांशी रैकवार

1. अपने बारे में कुछ बताएं

मैं एक मध्यम परिवार की बेटी, शांत और सरल स्वाभाव की विद्यार्थी होने के साथ एक पार्श्व शिक्षिका भी हूँ ! तो जाहिर है कि मुझपर जिम्मेदारियाँ है। 

 

2. आपकी लेखन यात्रा कब शुरु हुई?

मैं अपनी आस-पास घटने वाली घटनाओं से बहुत जल्दी ही प्रभावित हो जाती हूं!स्वभाव से भावुक होने के कारण कभी-कभी तो सबकुछ भूलकर उसी में गुम हो जाती,परन्तु किसी से कुछ कहती ना थी! तब मुझे विचार आया कि क्यूं ना अपने मन की वेदना और विचारों को कागज पर उकेरा जाये! बस तब यह सफर ज़ारी है! उस बात को भी लगभग नौ बरस हो गये और मैं बीस वर्ष की!

 

3. प्रतिलिपि के साथ जुड़कर आपका अनुभव कैसा रहा?

प्रतिलिपी के साथ मेरा अनुभव वैसा ही है,जैसे किसी भटके पथिक को उसकी मंजिल तक पहुंचने का बहुत ही शानदार और दमदार रास्ता मिल गया हो! क्योंकि मंजिल तय करना आसान हो सकता है परन्तु उस मंजिल तक पहुंचने का सही रास्ता तय करना बेहद मुश्किल! कभी-कभी तो लोग रास्ता ना मिलने पर मंजिल ही बदल देते है! ऐसे दोराहे पर मुझे प्रतिलिपि का साथ मिला!

 

4. कहानियों को लेकर आपकी क्या सोच है?

कहानियाँ एक लेखक के विचारों,समाज के प्रति उनका नजरिया और सोच का प्रतिबिम्ब होती है या फिर ये कहे कि एक कहानी सिर्फ कहानी नहीं होती, वो अपने क्षेत्र से जुड़े पृष्ठ का आइना होती है और हर लेखक का यह कर्तव्य है कि इस धारणा को ध्यान में रखकर खुले मन से अपने विचारों को कहानी के रुप में व्यक्त करे!

 

5. आप किस विषय पर सबसे ज्यादा लिखना पसंद करते हैं, जैसे- हॉरर, प्रेम, सामाजिक, प्रेरणा आदि।

वैसे तो मुझे लेखनका हर क्षेत्र भाता है! परन्तु जब भी मैं लिखने बैठती हूं,तो मेरी कलम खुदबखुद प्रेम और सामाजिकता के विषयों की ओर अपना रुख़ कर लेती है!

 

6. नव लेखकों को आप क्या सुझाव देना चाहेंगे?

नव लेखको को मेरी यही राय है कि यदि आपकी लेखनी में दूसरों को अपने प्रति आकर्षित करने की क्षमता है तो आप सबमें सबसे उत्तम हैं! कभी भी खुद को किसी और के तराजू में ना तौले, और ना ही उसके जैसा बने! ऐसा करने से ना आप अपनी मूल प्रकृति खो देते हैं! बस धैर्य रखे क्योंकि सफलता समय की मांग करती है!

 

7. आप अपने पाठकों के लिए क्या कहना चाहेंगे?

मेरे प्रिय पाठकों, आप सभी को सादार आभार! आपने मेरे लेखन को पसंद किया, मेरी कहानियों को इतना प्रेम दिया उसके लिये मैं आप सभी कीदिल से आभारी रहूंगी! बस अपना साथ यूंही हमेशा हमारे साथ बनाये रखे! धन्यवाद 🙏🏻

 

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