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प्रतिलिपि के मंच पे हिन्दी साहित्यकार एवं कवि श्री ओम प्रकाश शर्मा जी / A short interview of Hindi writer Om Prakash Sharma
08 फ़रवरी 2015

 

नाम :  ओम प्रकाश शर्मा

जन्मदिवस : ०५.०५.१९५२

मूलस्थान : जुनगा (जिला शिमला ,हिमाचल प्रदेश I )

शैक्षिक उपाधि : एम.ए हिन्दी  व इतिहास

 

1. स्वभाव :

सामान्य

 

2. तकिया कलाम :

 ‘प्रकाश ‘

 

3. आपके लिये प्यार की परिभाषा :

प्यार सानिध्य, व्यवहार, पारस्परिक सम्बन्ध, गुण, सौन्दर्य, आदि से हृद्यानूभूत एक अद्भुत अहसास है जिसके प्रति यह जागृत होता है उसके सानिध्य के लिए व्यक्ति अपने जीवन तक न्योछवर करने के लिए तत्पर रहता हैI

 

4. आपके लिये साहित्य की परिभाषा :

साहित्य मात्र मनोरंजन नहीं है,जिसमें सर्वहिताय की भावना जुडी हो वही साहित्य है |   

 

5. जीवन का सबसे खुशी का पल :

जब मैं पुलिस विभाग में था उस दौरान मेरे पढाए छात्र ने जब विश्व विद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त कर स्वर्ण पदक प्राप्त किया मैं उस क्षण को जीवन का सबसे सुखद अनुभव मानता हूँ |

 

6. मेरे पुस्तकालय में -

लगभग ३०० से अधिक पुस्तकें है |

 

7. प्रकाशित रचनायें :

हिमप्रस्थ, रचनाकार, गिरिराज आदि में प्रकाशित लेख, कविताएँ , कहानियाँ व एकांकी आदि  

 

8. जिंदगी से क्या चाहते हैं :

मेरा उद्देश्य अब मात्र हिन्दी भाषा का विकास व प्रचार करना है जिससे यह देश में ही नहीं विदेश में भी अपना वर्चस्व स्थापित कर सके |

 

9. प्रतिलिपि के विषय में आपके विचार :

प्रतिलिपि रचनाकारों और पाठकों के लिए एक आकर्षक मंच है जहाँ अपनी रूचि अनुसार अपने विचारों को वेब पत्रिका के रूप में सुन्दर आकर्षक रूप में प्रकाशित करवा सकते है तथा अपनी रूचि अनुसार विभिन्न विषयों की रचनाओं का रसास्वादन हिन्दी व गुजराती में करने के साथ-साथ अपने ज्ञान में वृद्धि कर सकते हैं| इसमें निशुल्क पुस्तकें पढ़ने की भी सुविधा है |

 

10. पसंदीदा साहित्य विधा(कविता/कहानी/व्यंग्य/हाइकू आदि) :

कविता व कहानी

 

पाठकों के लिये संदेश :

साहित्य एक ऐसा मनोरंजन करने का साधन है जिसमें सार्थक समय व्यतीत होता है और निरंतर ज्ञान में वृद्धि होती है| हमें दूसरी मनोरंजन की विधाओं की अपेक्षा साहित्य जगत से जुड़ना चाहिए और प्रतिलिपि जैसी वेब साइट्स से जुड़कर अपने ज्ञान में वृद्धि करनी चाहिए |  

 

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