नामः त्रिवेदी कृपा
जन्म दिवसः ३ जून
मूल स्थानः गुजरात (बरोडा))
शैक्षिक उपाधिः स्तानक (हिन्दी साहित्य), अनुस्तानक (हिन्दी साहित्य)
स्वभावः एकांतप्रिय
1. साहित्य प्रेरणाः
जीवन मे साहित्य से एक अनुठा रिश्ता जुडा रहा। शिक्षा भी साहित्य के संबंधित रही फलस्वरुप पठन-पाठन से अंतः स्फुरना मिलती रहा।
2. पसंदीदा व्यंजन :
गुजराती सात्विक शाकाहारी भोजन।
3. पसंदीदा परिवेश :
आध्यात्मिक कथा श्रवण, संगीत श्रवण।
4. अतिप्रिय व्यक्तिः
परिवार का हर सदस्य।
5. जीवन का सब से खुशी का पलः
परिवार के साथ प्रवास।
6. प्रकाशित रचनाएः
काव्य संग्रह मकरंद प्रतिलिपि के साथ प्रकाशित
7. सबसे ज्यादा डर किससे अथवा किस बात से लगता है :
मंच से वक्तव्य।
8. जिन्दगी से क्या चाहते है :
जीवन समुद्र मे उठती सुख दुख की लहरो से विचलित ना होकर सकारात्मक अभिगम आत्मसात करके प्रत्येक पल को आनंदपूर्ण बनाना।
9. अगर जीन्दगी को फिर से जीने का मौका मिले तो क्या बदलना चाहेगे?
स्वयं की त्रुटि का परिमार्जन
10. प्रतिलिपि के विषय पर आपके विचार :
प्रतिलिपि साहित्य का एक ऐसा सशक्त माध्यम है जिससे ज्ञानार्जन से लाभान्वित होकर व्यक्ति,परिवार समाज और राष्ट का निर्माण हो सकता है।
पाठको के लिये संदेश :
पूर्ण जिजिविषा एवम आशावादिता के साथ जीवन जीना
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