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एक छोटा सा वार्तालाप हिंदी कवि एवं लेखक श्री जनार्दन जी के साथ / A short interview of a Hindi writer Mr. Janardan
29 जनवरी 2015

 

नाम : जनार्दन

जन्मदिवस : १४ अक्तूबर,१९८०

मूलस्थान : ग्राम-कौड़ियां खुर्द, पो.घाटमपुर, जिला- मिर्जापुर, उत्तर प्रदेश।

शैक्षिक उपाधि :एम.एससी (जैवरसायन),एम.ए.(हिन्दी), एम.फिल(हिन्दी),पी.एचडी (शोधरत), पीजीडीईएनएफपी (सिनेमा)।

 

1. स्वभाव :

सामान्य।

 

2. खास शौक :

अध्ययन,लेखन और सिनेमा देखना ।

 

3. लोकप्रिय व्‍यक्ति :

गौतम बुद्ध।

 

4. साहित्य प्रेरणा :

पिता।

 

5. अगर कोई नवोदित रचनाकार आके आपसे अपने लेखन को सुधारने के लिये सुझाव मांगे तो क्या कहेंगे ?

उसकी हर संभव सहायता और साथ ही उन्हें उनके अपने परिवेश को परखने की हिदायत देना पसंद करूंगा।

 

6. आपके जीवन में किन तीन लोगों ने आपको सबसे अधिक प्रभावित किया है ?

 पिता,गणित के अध्यापक और गांव के एक साधारण व्यक्ति ने।

 

7. तकिया कलाम :

करेंगे नहीं तो होगा कैसे।

 

8. पसंदीदा साहित्य विधा(कविता/कहानी/व्यंग्य/हाइकू आदि) :

 कहानी

 

9. प्रकाशित रचनायें :

 कूचा-कूचा कमाठीपुरा(हंस), कुछ कविताएं (परिकथा, नवनीत, हिन्दुस्तानी ज़बान,), कहानियां(दलित-अस्मिता,युद्धरत आम आदमी), सिनेमा पर कुछ आलेख प्रकाशित(मीडिया विमर्श), समीक्षाएं (वर्तमान साहित्य, समीक्षा) साथ ही कई किताबों में आदिवासी विषय पर आलेख प्रकाशित। 

 

10. प्रतिलिपि के विषय में आपके विचार :

 लोकतांत्रिक रीति से कार्य करते हुए नए एवं पुराने लेखकों को प्रोत्साहित करने वाला एक साहित्यिक मंच।

 

पाठकों के लिये संदेश :

अखिल भारतीय समकालीन साहित्य के लिए प्रतिलिपि का अवलोकन अवश्य करें।

 

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