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मैं लक्ष्मी तेरे आँगन की...
मैं लक्ष्मी तेरे आँगन की...

मैं लक्ष्मी तेरे आँगन की...

एक बच्चा था यहीं कुछ़ सात-आठ बरह का होगा। बिखरे हूए बाल,फटे पुराणे कपडे और कला कलूटा बदन की देखते ही  घृणा हो जाए।आवाज से  ही लोग उसे दूर.से ही दुत्कार देते और गलती से भी अगर दिख जाएँ तो कुछ़ ...

4.7
(71)
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Chapters

1.

मैं लक्ष्मी तेरे आंगन की....

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24 जून 2020
2.

मै लक्ष्मी तेरे आंगन की...भाग दो

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10 जुलाई 2020