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वो मेरी इकलौती दोस्त

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ये स्टोरी नही मेरीेे भावनाये हैं जो आप लोगो से शेयर करना चाहती थी...

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लेखक के बारे में
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Dolly Thakur

do din ki hai zindagi..muskura k Gujar do...,,,

समीक्षा
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  • author
    Chanda Saini
    28 फ़रवरी 2021
    आपने तो बिल्कुल मेरी जिंदगी शब्दों में पिरो दी आज मेरे सब कुछ है पर वो मां नहीं जो समय पर इलाज ना मिल पाने पर मुझे हमेशा के लिए छोड़ गयी काश आज मेरी मां होती तो उसका अच्छे से अच्छा इलाज करवाती आज भी मुझे रात में भी याद आते हैं कि मेरी मां इलाज के बग़ैर मर गई तो रोते रोते ही रात बीत जाती है कहने को भाई है गोद लिया हुआ प्रोपर्टी भी बहुत है पर उसने अनजाने में मां से साइन करवा के सबकुछ अपने नाम कर लिया और फिर कभी मां की तरफ ध्यान नहीं दिया उसे अपने पत्नी और बच्चों के अलावा कुछ नहीं दिखता मेंरी शादी मिडिल क्लास फैमिली में हुआ है जहां तो खुद का खर्चा चला लो वोही बड़ी बात है लेकिन आज मेरा बेटा बैंक में नौकरी करता है आज मैं अपनी मां का बहुत ही बेहतर तरीके से इलाज करवा सकती हूं पर अब मां नहीं है मां के मरने के बाद मैंने अपने भाई से भी रिश्ता खत्म कर दिया की तु मेरी मां का ही नहीं हुआ तो हमारा क्या होगा आज से छह महीने पहले मेरी मां चल बसी मुझे हमेशा के लिए रोता हुआ छोड़कर मिस यू मां😭😭😭
  • author
    Sanjay Upadhyay
    03 अगस्त 2018
    Kitni marmspashi kahani, y akathniy hai. Aaj Maa बहुत Yaad aayi. Dard aankhon ke zariye baahar aane se nhi rok paaya.
  • author
    Chander Singh
    11 अक्टूबर 2019
    मेरे आंसू आ गए रंग तो कुदरत की देन है इंसान मन से खूबसूरत होना चाहिए मे ज्यादा क्या लिखू मे भी किस्मत का मारा हू आपका दर्द समझ सकता हूँ
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    Chanda Saini
    28 फ़रवरी 2021
    आपने तो बिल्कुल मेरी जिंदगी शब्दों में पिरो दी आज मेरे सब कुछ है पर वो मां नहीं जो समय पर इलाज ना मिल पाने पर मुझे हमेशा के लिए छोड़ गयी काश आज मेरी मां होती तो उसका अच्छे से अच्छा इलाज करवाती आज भी मुझे रात में भी याद आते हैं कि मेरी मां इलाज के बग़ैर मर गई तो रोते रोते ही रात बीत जाती है कहने को भाई है गोद लिया हुआ प्रोपर्टी भी बहुत है पर उसने अनजाने में मां से साइन करवा के सबकुछ अपने नाम कर लिया और फिर कभी मां की तरफ ध्यान नहीं दिया उसे अपने पत्नी और बच्चों के अलावा कुछ नहीं दिखता मेंरी शादी मिडिल क्लास फैमिली में हुआ है जहां तो खुद का खर्चा चला लो वोही बड़ी बात है लेकिन आज मेरा बेटा बैंक में नौकरी करता है आज मैं अपनी मां का बहुत ही बेहतर तरीके से इलाज करवा सकती हूं पर अब मां नहीं है मां के मरने के बाद मैंने अपने भाई से भी रिश्ता खत्म कर दिया की तु मेरी मां का ही नहीं हुआ तो हमारा क्या होगा आज से छह महीने पहले मेरी मां चल बसी मुझे हमेशा के लिए रोता हुआ छोड़कर मिस यू मां😭😭😭
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    Sanjay Upadhyay
    03 अगस्त 2018
    Kitni marmspashi kahani, y akathniy hai. Aaj Maa बहुत Yaad aayi. Dard aankhon ke zariye baahar aane se nhi rok paaya.
  • author
    Chander Singh
    11 अक्टूबर 2019
    मेरे आंसू आ गए रंग तो कुदरत की देन है इंसान मन से खूबसूरत होना चाहिए मे ज्यादा क्या लिखू मे भी किस्मत का मारा हू आपका दर्द समझ सकता हूँ