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रिमझिम

4.2
10817

अभी मैं स्टेशन से बाहर निकला हीं था, कि किसी के आवाज़ ने मेरे पैरों को रोक लिया आकाश... वो आकाश... आवाज़ में जैसे मानो मोतियों की खनक हो और कोयल की कुक ।आवाज़ जितनी ही सुरीली थी मै उतना ही हैरान.. ...

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लेखक के बारे में
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Kundan Jaiswal
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Manmohan Saini
    25 ഫെബ്രുവരി 2018
    ऐसी रिमझिम सबकी ज़िन्दगी में हो तो कहना ही क्या ।। बहुत ही मर्मस्पर्शी ...
  • author
    ओमप्रकाश सिंह
    02 മാര്‍ച്ച് 2018
    बहुत ही बढिया
  • author
    Shyam Saini
    28 മാര്‍ച്ച് 2019
    ESA REAL LIFE ME NHI HOTA KABHI BHI FIR BHI STORY ACHHI H...
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Manmohan Saini
    25 ഫെബ്രുവരി 2018
    ऐसी रिमझिम सबकी ज़िन्दगी में हो तो कहना ही क्या ।। बहुत ही मर्मस्पर्शी ...
  • author
    ओमप्रकाश सिंह
    02 മാര്‍ച്ച് 2018
    बहुत ही बढिया
  • author
    Shyam Saini
    28 മാര്‍ച്ച് 2019
    ESA REAL LIFE ME NHI HOTA KABHI BHI FIR BHI STORY ACHHI H...