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हिन्दी

राजा हरदौल

4.5
10717

बुंदेलखंड में ओरछा पुराना राज्य है। इसके राजा बुंदेले हैं। इन बुंदेलों ने पहाड़ों की घाटियों में अपना जीवन बिताया है। एक समय ओरछे के राजा जुझार सिंह थे। ये बड़े साहसी और बुद्धिमान थे। शाहजहाँ उस समय ...

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लेखक के बारे में

मूल नाम : धनपत राय श्रीवास्तव उपनाम : मुंशी प्रेमचंद, नवाब राय, उपन्यास सम्राट जन्म : 31 जुलाई 1880, लमही, वाराणसी (उत्तर प्रदेश) देहावसान : 8 अक्टूबर 1936 भाषा : हिंदी, उर्दू विधाएँ : कहानी, उपन्यास, नाटक, वैचारिक लेख, बाल साहित्य   मुंशी प्रेमचंद हिन्दी के महानतम साहित्यकारों में से एक हैं, आधुनिक हिन्दी कहानी के पितामह माने जाने वाले प्रेमचंद ने स्वयं तो अनेकानेक कालजयी कहानियों एवं उपन्यासों की रचना की ही, साथ ही उन्होने हिन्दी साहित्यकारों की एक पूरी पीढ़ी को भी प्रभावित किया और आदर्शोन्मुख यथार्थवादी कहानियों की परंपरा कायम की|  अपने जीवनकाल में प्रेमचंद ने 250 से अधिक कहानियों, 15 से अधिक उपन्यासों एवं अनेक लेख, नाटक एवं अनुवादों की रचना की, उनकी अनेक रचनाओं का भारत की एवं अन्य राष्ट्रों की विभिन्न भाषाओं में अन्यवाद भी हुआ है। इनकी रचनाओं को आधार में रखते हुए अनेक फिल्मों धारावाहिकों को निर्माण भी हो चुका है।

समीक्षा
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    Kamlesh Patni
    10 जनवरी 2020
    हमारे बुन्देलखंड में हरदौल की गाथा बड़े गर्व से गायी जाती है।आज भी ब्याह शादी में उन्हें आमंत्रित किया जाता है कि कार्य अच्छे से संपन्न हो जाए।सच में वीरो की भूमि है बुन्देलखंड।
  • author
    30 जनवरी 2021
    जय हो लाला हरदौल की🙏🙏 बुंदेलखंड के लोकदेवता को शत् शत् नमन 🙏🚩 एवं उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद को भी नमन
  • author
    Ranweersingh Rajput "Rajput"
    26 सितम्बर 2020
    बुन्देलों की अद्वतीय वीर गाथा कहानी सम्राट मुंशीजी को शत शत नमन
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    Kamlesh Patni
    10 जनवरी 2020
    हमारे बुन्देलखंड में हरदौल की गाथा बड़े गर्व से गायी जाती है।आज भी ब्याह शादी में उन्हें आमंत्रित किया जाता है कि कार्य अच्छे से संपन्न हो जाए।सच में वीरो की भूमि है बुन्देलखंड।
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    30 जनवरी 2021
    जय हो लाला हरदौल की🙏🙏 बुंदेलखंड के लोकदेवता को शत् शत् नमन 🙏🚩 एवं उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद को भी नमन
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    Ranweersingh Rajput "Rajput"
    26 सितम्बर 2020
    बुन्देलों की अद्वतीय वीर गाथा कहानी सम्राट मुंशीजी को शत शत नमन