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मोनालिसा का सपना

4.5
3947

वह बिल्कुल एक लेंगफेंग लड़की थी. आगे की ओर थोड़ा झुककर चलती थी. उसका बखु अक्सर बहुत साफ नहीं होता था. उसके बाल भूरे थे. और अक्सर बिखरे रहते थे. आँखें भूरी-नीली थीं. और चेहरे पर अक्सर एक मुस्कान थिरक ...

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लेखक के बारे में
समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Amrendra kumar Mishra
    07 अप्रैल 2020
    बहुत ही अच्छा hain
  • author
    Santosh Bharti
    29 फ़रवरी 2020
    बहुत अच्छी कहानी है मुंशी प्रेमचंद जी की रचना की तरह बस लास्ट में ज्यों और थोण्डु की शादी करवा देते एक हैप्पी एंडिंग की तरह।
  • author
    sushant Srivastava
    07 दिसम्बर 2018
    बहुत खूबसूरत, अन्तर्द्वंधो में पगी हुई रचना। बहुत खूबसूरती से दो भाषाओं का मिलन।
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    Amrendra kumar Mishra
    07 अप्रैल 2020
    बहुत ही अच्छा hain
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    Santosh Bharti
    29 फ़रवरी 2020
    बहुत अच्छी कहानी है मुंशी प्रेमचंद जी की रचना की तरह बस लास्ट में ज्यों और थोण्डु की शादी करवा देते एक हैप्पी एंडिंग की तरह।
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    sushant Srivastava
    07 दिसम्बर 2018
    बहुत खूबसूरत, अन्तर्द्वंधो में पगी हुई रचना। बहुत खूबसूरती से दो भाषाओं का मिलन।