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पहला प्यार

4.2
19073

विभा विवेक की जिन्दगी में आने वाली पहली लडकी थी जिसने उसके मन मष्तिष्क मे के वीणा के तारो को छेड पूरे शरीर में संगीत के सात सुरों की लहर दौड़ा दी | उठते बैठते, सोते जागते विवेक को विभा ही दिखाई ...

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लेखक के बारे में
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बी के दीक्षित

उत्तरप्रदेश के देवरिया जिले के ग्राम जिगना दीक्षित में श्रीमती रामायणी देवी और श्री राम बसंत दीक्षित के प्रथम संतान के रूप में पावन भारतभूमि से मेरा प्रथम साक्षात्कार हुआ | स्नातक की शिक्षा अपने ही जिले प्राप्त कर मैंने स्नातकोत्तर की शिक्षा हेतु गोरखपुर में पदार्पण किया और सेवा में आने तक गुरु गोरक्षनाथ जी की पवित्र भूमि के सानिध्य में रहा | साहित्य में मेरी बचपन से ही रुचि थी मगर विज्ञान वर्ग का छात्र होने के कारण साहित्य साधना पर ज्यादे ध्यान नहीं दे पाया | केंद्रीय विद्यालय में अध्यापन के दौरान आवश्यकतानुसार विज्ञान लघु-नाटिका लिखने से मैंने अपने साहित्य जीवन की शुरुआत की जो बाद संस्मरण से होते हुए कहानी और कविता लेखन तक पहुच गयी | मई २०१७ में प्रतिलिपि का साथ मिलने पर लेखन में गंभीरता आ गयी | प्रतिलिपि के मंच के अलावा मेरी रचनाये कुछ समाचार पत्रों, पत्रिकाओ में भी सराही गयी है |इस दौरान मेरे छात्रो, शिक्षक बंधुओ ,मित्रो एवं प्रतिलिपि के पाठको का का जो साथ मिला वह सराहनीय है | आशा है आप अपना प्रेम इसी तरह बरकरार रखेगे और मनोबल बढाने में सहायक होगे | बृज

समीक्षा
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  • author
    Vijay
    25 ಆಗಸ್ಟ್ 2017
    I don't agree with this story ending it was abrupt, main lead should have told his feelings...
  • author
    Ámäñ Jãïñ
    27 ಆಗಸ್ಟ್ 2017
    wah kya flow h story ka...
  • author
    Dev Sanwal
    14 ಜುಲೈ 2020
    कहानी अच्छी है और यही समाज की सच्चाई है। रिश्ते चाहे कितने ही अच्छे और पवित्र हो पर उनको जीने नही दिया जाता है। यहां तो बात दोस्ती की हो रही है कहीं कहीं पर तो समाज एक भाई को उसकी बहन से बात तक नही करने देते । लोग ये कहेंगे लोग वो कहेंगे बस इसी प्रकार की बाते करके एक पवित्र रिश्ते को दबा दिया जाता है।
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    Vijay
    25 ಆಗಸ್ಟ್ 2017
    I don't agree with this story ending it was abrupt, main lead should have told his feelings...
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    Ámäñ Jãïñ
    27 ಆಗಸ್ಟ್ 2017
    wah kya flow h story ka...
  • author
    Dev Sanwal
    14 ಜುಲೈ 2020
    कहानी अच्छी है और यही समाज की सच्चाई है। रिश्ते चाहे कितने ही अच्छे और पवित्र हो पर उनको जीने नही दिया जाता है। यहां तो बात दोस्ती की हो रही है कहीं कहीं पर तो समाज एक भाई को उसकी बहन से बात तक नही करने देते । लोग ये कहेंगे लोग वो कहेंगे बस इसी प्रकार की बाते करके एक पवित्र रिश्ते को दबा दिया जाता है।