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बचपन की बरसात

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🌹वो बचपन की बरसात... वो कागज़ की कश्ती.... वो राधिका का प्रेम..... वो माधव की मस्ती..... धुंधला गई नज़र... भूली ना मैं मगर.... वो बचपन की बरसात... वो कागज़ की ...

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लेखक के बारे में
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Kamini Varshney

जगत के रंग क्या देखू, तेरा दीदार काफ़ी है। राधे राधे जी 🌹🙏

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Seema Arya "सीमा"
    16 जुलाई 2020
    समय के साथ नजर भले ही कमजोर हो जायें, लेकिन बचपन की यादें गहरी छाप छोड़ जाती हैं जो कभी भुलायी नहीं जातीं,,बेहद हृदयस्पर्शी कहानी 👍
  • author
    17 जुलाई 2020
    बचपन की न भूलने वाली घटना । बहुत अच्छा लिखा आपने।
  • author
    श्री हरि
    16 जुलाई 2020
    बहुत मार्मिक रचना।
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    Seema Arya "सीमा"
    16 जुलाई 2020
    समय के साथ नजर भले ही कमजोर हो जायें, लेकिन बचपन की यादें गहरी छाप छोड़ जाती हैं जो कभी भुलायी नहीं जातीं,,बेहद हृदयस्पर्शी कहानी 👍
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    17 जुलाई 2020
    बचपन की न भूलने वाली घटना । बहुत अच्छा लिखा आपने।
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    श्री हरि
    16 जुलाई 2020
    बहुत मार्मिक रचना।